
बुंदेलखंड राज्य निर्माण में वादा खिलाफी पर विरोध, पुतला दहन से पहले पुलिस से झूमाझटकी
झाँसी। बुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर किए गए वादे निभाए न जाने से नाराज़ बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री के पुतलों का दहन करने का प्रयास किया। मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में गांधी पार्क से कार्यकर्ता पुतले लेकर कचहरी चौराहे पहुंचे। “कसम राम की खाते हैं, बुंदेलखंड राज्य बनवाएंगे… बहुत सहा है, अब न सहेंगे… बुंदेलखंड तो लेकर रहेंगे” जैसे नारों के बीच बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस बल ने पुतले छीनने का प्रयास किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने पुतलों को आग लगाने से पहले ही कब्जे में ले लिया। मोर्चा का आरोप है कि अखंड बुंदेलखंड क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, खासकर सांसद, न तो राज्य निर्माण की मांग को लेकर संसद में प्राइवेट मेंबर बिल ला रहे हैं और न ही केंद्र सरकार को पत्र लिखकर क्षेत्र की भावनाओं से अवगत करा रहे हैं। इस “विरोधी रवैये” से बुंदेलखंड के लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है। इस दौरान पुतला दहन के प्रयास में एडवोकेट अशोक सक्सेना (महामंत्री), रघुराज शर्मा (प्रवक्ता), वरुण अग्रवाल (कोषाध्यक्ष), गिरजा शंकर राय, हनीफ खान, कुंवर बहादुर आदिम, प्रदीप नाथ झा, सी.डी. लिटोरिया, कलाम कुरैशी, गोलू ठाकुर, रामजी सिंह जादौन, ब्रजेश राय, सचिन साहू, विजय रायकवार, शंकर रायकवार, घनश्याम गौत्तम, अभिषेक तिवारी, प्रेम सपेरे, प्रभु दयाल कुशवाहा, अनिल कश्यप (जिलाध्यक्ष), आशीष रायकवार (अध्यक्ष महानगर) सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।