05 वर्ष से कम आयु के बच्चों वाले घरों में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बाटेंगी ओआरएस पैकेट

05 वर्ष से कम आयु के बच्चों वाले घरों में आशा और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां बाटेंगी ओआरएस पैकेट

Written by Prem Prakash Agarwal 2025-06-24 News
झाँसी । जनपद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया रोको अभियान प्रारंभ किया गया है। डायरिया बीमारी विशेष रूप से कमजोर आबादी और 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता बनी हुई है। डायरिया की रोकथाम, उपचार और प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों से निपटने के लिए डायरिया रोको अभियान दिनांक 2 जून 2025 से 15 जून 2025 प्रथम चरण एवं 16 जून 2025 से 31 जुलाई 2025 के मध्य द्वितीय चरण मनाया जा रहा है। इस अभियान के सफल आयोजन के लिए मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद की अध्यक्षता में अंतर्विभागीय समन्वय बैठक का आयोजन विकास भवन सभागार में किया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु निर्देश दिए कि प्रत्येक चिकित्सा इकाई पर ओआरएस जिंक कॉर्नर बनाए जाएं। आशाओं को ओआरएस एवं जिंक हेतु डिपो के रूप में स्थापित किया जाए। सुदूर क्षेत्र, घुमंतु परिवार, असेवित समाज के बच्चों हेतु मोबाइल टीमों के माध्यम से जिंक और ओआरएस प्रदान कर आवश्यक परामर्श दिया जाए। दस्त ग्रसित गंभीर बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र पर संदर्भित करते समय 01 वर्ष के बच्चों के लिए 102 एंबुलेंस और 01 वर्ष से बड़े बच्चों के लिए 108 एंबुलेंस का उपयोग किया जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडेय ने बताया कि रोकथाम ही दस्त प्रबंधन की कुंजी है। अभियान के अंतर्गत सुरक्षित पेयजल तक पहुंच, बेहतर स्वच्छता, साबुन और पानी से हाथ धोना, पर्याप्त पोषण जिसमें केवल स्तनपान और पूरक आहार सम्मिलित हो, अच्छी व्यक्तिगत और खाद्य स्वच्छता, संक्रमण की रोकथाम और टीकाकरण के महत्व के बारे में स्वास्थ्य शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके साथ ही ओआरएस और जिंक के साथ प्राथमिक उपचार, शीघ्र स्वस्थ होने और निवारक उपायों के माध्यम से मृत्यु से बचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अभियान की सफलता हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ महिला एवं बाल विकास, पेयजल एवं स्वच्छता, ग्राम्य विकास, पंचायती राज, शिक्षा विभाग, आईसीडीएस और स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) विभाग व विभिन्न सहयोगी संस्थाओं का आपसी समन्वय आवश्यक है। डॉ एन के जैन अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसीएच ने बताया कि वर्ष 2025 में डायरिया रोको अभियान की थीम है- ’ष्डायरिया की रोकथाम, सफाई और ओआरएस से रखें अपना ध्यानष्।’ अभियान के अंतर्गत बाल्यावस्था में दस्त के दौरान ओआरएस एवं जिंक के उपयोग के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देना, 05 वर्ष से कम आयु के बच्चों में दस्त का प्रबंधन व उपचार, कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों पर विशेष ध्यान, समुदाय स्तर तक ओआरएस एवं जिंक की उपलब्धता तथा इसके उपयोग को बढ़ावा देना और स्वच्छता व हाथों को साफ रखने से विभिन्न रोगों से परिवार को सुरक्षित रखने हेतु जागरूकता फैलाना मुख्य उद्देश्य है। इस अभियान में ऐसे समस्त परिवार जिसमें 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चे हों, उन घरों में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा भ्रमण किया जाएगा व प्रत्येक परिवार में दो पैकेट ओआरएस के उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अतिरिक्त प्रत्येक चिकित्सा इकाई -- सीएचसी, पीएचसी, उपकेंद्र, आयुष्मान आरोग्य मंदिर में ओआरएस व जिंक कॉर्नर बनाया जाएगा, जिसमें ओआरएस और जिंक टैबलेट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही आशा द्वारा अपने गांव में 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चों वाले समस्त घरों का गृह भ्रमण करते हुए परिवार को परामर्श दिया जाएगा। भ्रमण के दौरान दस्त से ग्रसित बच्चों को ओआरएस के दो पैकेट और जिंक की 14 गोलियां प्रदान की जाएगी। सभी सरकारी विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं आशा व आंगनबाड़ी वर्कर के पास ओआरएस और जिंक की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। बैठक में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, डीपीआरओ, जिला कार्यक्रम अधिकारी, शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।